School Holidays:गर्मी की लहर ने एक बार फिर बच्चों की पढ़ाई पर ब्रेक लगा दिया है। देश के कई राज्यों में भीषण लू और बढ़ते तापमान को देखते हुए सरकारी और प्राइवेट स्कूलों की छुट्टियाँ 10 जुलाई 2025 तक बढ़ाए जाने की मांग की जा रही है। हालांकि अभी सरकार की ओर से अंतिम आदेश नहीं आया है, लेकिन अभिभावकों, शिक्षकों और स्कूल प्रशासन की ओर से आवाज़ें तेज़ हो गई हैं।
गर्मी ने फिर बिगाड़ी स्थिति
उत्तर प्रदेश, बिहार, मध्यप्रदेश और राजस्थान जैसे राज्यों में इस साल गर्मी ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 45 डिग्री सेल्सियस से ऊपर तापमान और लू चलने के कारण छोटे बच्चों की तबीयत पर बुरा असर पड़ने का खतरा बढ़ गया है। 30 जून तक पहले ही गर्मी की छुट्टियाँ घोषित थीं, लेकिन 1 जुलाई से स्कूल खोलने की योजना अब दोबारा टल सकती है।
अभिभावकों और शिक्षकों की बढ़ती मांग
बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अभिभावकों और शिक्षकों ने स्कूलों को 10 जुलाई तक बंद रखने की अपील की है। वे चाहते हैं कि सरकार बच्चों की सेहत को प्राथमिकता दे। स्कूलों में पंखों और कूलिंग की पर्याप्त व्यवस्था न होने के कारण गर्मी का असर बच्चों पर और भी ज्यादा पड़ता है।
स्वास्थ्य के लिए बड़ा खतरा
भीषण गर्मी में स्कूल जाना बच्चों के लिए जोखिम भरा हो सकता है। विशेषज्ञों का मानना है कि गर्मी के कारण बच्चों को डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक, थकावट और चक्कर आने जैसी गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। डॉक्टर भी सलाह दे रहे हैं कि इस मौसम में बच्चों को दोपहर में घर के अंदर ही रखा जाए और स्कूल भेजने से बचा जाए।
सरकारी आदेश का इंतज़ार
फिलहाल किसी भी राज्य सरकार ने छुट्टियाँ बढ़ाने को लेकर आधिकारिक घोषणा नहीं की है। लेकिन जैसे-जैसे तापमान बना हुआ है और लोगों की मांग तेज़ हो रही है, उम्मीद की जा रही है कि आने वाले दिनों में सरकार स्थिति का आंकलन करके निर्णय लेगी। जिलास्तर पर स्कूल प्रबंधन और शिक्षा अधिकारियों द्वारा भी छुट्टियाँ बढ़ाने का प्रस्ताव भेजा गया है।
आपके जिले में स्कूल कब खुलेंगे?
हर राज्य और जिले की स्थिति अलग है। कुछ राज्यों में जहां तापमान में थोड़ी गिरावट आई है, वहां स्कूल निर्धारित समय पर खुल गए हैं। लेकिन जिन इलाकों में गर्मी अभी भी बनी हुई है, वहां स्कूल खोलना अभी भी खतरे से खाली नहीं है। इसलिए जरूरी है कि आप अपने जिले की शिक्षा विभाग की वेबसाइट या स्थानीय समाचार चैनल से नियमित जानकारी लेते रहें।
बच्चों की सुरक्षा सरकार की प्राथमिकता
सरकार का पहला उद्देश्य बच्चों की सुरक्षा है। यदि तापमान में कोई सुधार नहीं आता, तो स्कूलों की छुट्टियाँ आगे भी बढ़ सकती हैं। स्कूल प्रशासन, शिक्षक संगठन और अभिभावकों की संयुक्त मांग है कि जब तक मौसम सामान्य न हो जाए, बच्चों को स्कूल न बुलाया जाए।
भीषण गर्मी के चलते स्कूलों की छुट्टियाँ आगे बढ़ने की संभावना बनी हुई है। बच्चों की सेहत और सुरक्षा को देखते हुए यह एक जरूरी कदम भी है। अभिभावकों को चाहिए कि वे स्कूल खुलने की आधिकारिक सूचना तक बच्चों को घर पर ही रखें और उन्हें पर्याप्त पानी, हल्का भोजन और ठंडक वाले वातावरण में रखें